लेफ्टी होने का दर्द
दुनियां में 10 प्रतिशत लोग लेफ्टी हैं । 3 प्रतिशत क्रास वायर्ड हैं । शेष सभी राईटी हैं । लेफ्टी राईटी का निर्धारण माँ के गर्भ में हीं हो जाता है । यदि किसी के दिमाग का दायां हिस्सा ज्यादा सक्रिय है तो वह लेफ्टी होता है । लेफ्टी होना शरीर की आम प्रक्रिया होती है । यह जेनेटिक , लर्निंग थ्योरी , मस्तिष्क की बनावट और दूसरे अन्यान्य कारणों से भी हो सकती है ।
इसके लिए जीन भी जिम्मेदार हो सकता है । जीन पर अभी शोध चल रहा है । देर सबेर कोई न कोई नतीजा जरुर निकलेगा। कुछ बच्चे सीखने के दौरान भी लेफ्टी बन जाते हैं । यदि बच्चे का आदर्श कोई लेफ्टी सेलेब्रेटी है तो वह उसी के अनुसार हीं बनना चाहेगा । ऐसे में वह उसी सेलेब्रेटी की तरह महान बनना चाहेगा । वह लेफ्टी बनने की भी कोशिश करेगा ।
महात्मा गाँधी , बराक ओसामा , अमिताभ बच्चन , बिल गेट्स, रतन टाटा , सचिन तेंदुलकर , ब्रायन लारा , सौरभ गांगुली , निकोल किडमैन , एंजेलिना जाॅनी और करण जौहर ये सभी लेफ्टी थे । गाँधी जी तो दोनों हाथों से लिखते थे । सचिन तेंदुलकर दाएं हाथ के बैट्समैन थे , पर वे लिखा करते थे बाएं हाथ से ।
लेफ्टी लोगों का आई क्यू लेबल ज्यादा होता है । इनके हाथों में तेजी बहुत होती है । स्ट्रोक जैसी समस्या से उबरने में ये ज्यादा समर्थ होते हैं । ये तेजी से बदलती आवाजों को पहचानने में देर नहीं लगाते । लेफ्टी गणित और संगीत में धुरंधर होते हैं ।
इन सब के अतिरिक्त इन्हें कुछ परेशानियों को भी झेलना पड़ता है -
- जब एक लेफ्टी और एक राईटी पास पास बैठे हों तो उन्हें लिखने में परेशानी होती है । लिखते समय उनकी कुहनियां आपस में टकराने लगतीं हैं । डायनिंग टेबल पर खाते समय भी यही हाल होता है । एक लेफ्टी और एक राईटी एक साथ बैठकर खा नहीं सकते । कुहनियां टकराएंगी । खाना तीतर बीतर होगा ।
- लेफ्टी का बायां हाथ अक्सर आगे आता है । प्रसाद लेने के लिए भी वही हाथ आगे आएगा । ऐसे में लेफ्टी की जगहंसाई होगी । बाज दफा हाथ मिलाने के लिए भी उसका बांया हाथ आगे आएगा । राईटी के हाथ वहीं रुक जाएगा । फिर लेफ्टी को मजबूरी में दांया हाथ आगे लाना होगा ।
- लेफ्टी गिटार अच्छा नहीं बजा सकते । बजाने के लिए कुछ फेर बदल करना पड़ता है ।
- लेफ्टी डेस्क वाली कुर्सियों पर नहीं बैठ सकते । उनको लिखने में परेशानी होती है । अभी तक लेफ्टी के लिए डेस्क वाली कुर्सियां नहीं बनाई जा सकीं हैं ।
- शार्ट हैण्ड लिखने में परेशानी होगी ।
- लेफ्टी डर के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं ।
- पूजा पाठ नहीं कर सकते । पूजा में दाएँ हाथ को शुद्ध माना जाता है । लेफ्टी को पूजा करने से रोका जाता है । उनका बायां हाथ हीं ज्यादा चलता है ।
-सबसे बड़ा अपमानजनक बात लेफ्टी के लिए यह होती है - अरे ! तुम भी लेफ्टी हो !
- तुम उल्टे हाथ से लिखते हो । सरस्वती तुम्हारे पास कभी नहीं आएगी ।
- कुछ लोग लेफ्टी होने के कारण डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं । वे अत्यधिक शराब पीने लगते हैं ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें