इब्तिदा है किसी कहानी की.
सिने स्टार मनीशा कोईराला का जन्म 16 अगस्त सन् 1970 को हुआ था. मनीषा कोईराला का सिनेमा के प्रति कोई रूझान नहीं था. उनका सपना डाक्टर बनने का था. वे डाक्टर बन समाज सेवा करना चाहती थीं. एक बार शौकिया तौर पर उन्होंने माडलिंग क्या कर ली , उनके पास फिल्मों के प्रस्ताव आने लगे. उन्होंने सुभाष घई की ' सौदागर ' (1991) में काम करना कुबुल कर लिया. पहली फिल्म हीं ब्लाक बस्टर हिट हो गई. उस दौर के फिल्मी दुनियां के दो दिग्गज राज कुमार व दिलीप कुमार इस फिल्म में थे. उन बड़े दिग्गज कलाकारों के बीच मनीशा ने अपनी अलग पहचान बनाई । यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी .
मनीशा का डाक्टर बनने का सपना नेपथ्य में चला गया. वह रातों रात स्टार बन गईं .1996 में आई पार्थो घोष की 'अग्निसाक्षी 'और संजय लीला भंसाली की 'खामोशी ' ने उन्हें अग्रिम पंक्ति की हीरोइनें में शामिल कर लिया. सन् 1997 में बाबी देयोल और काजोल द्वारा अभिनीत ' The hidden truth ' आई. इस फिल्म में मनीशा कोईराला को सहायक भूमिका मिली थी, पर उनके काम की भूरी भूरी प्रशंसा हुई . फिल्म ब्लाक बस्टर हिट हुई. सन् 1999 में मनीशा की फिल्म ' मन ' को फिल्मफेयर क्रिटीक एवार्ड मिला. इस फिल्म में उनके अभिनय की तुलना ट्रेजेडी क्वीन स्वर्गीय मीना कुमारी के अभिनय से की गई. सन् 2003 में उनकी फिल्म ' Escape from Taliban ' को बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन एवार्ड से नवाजा गया.
मनीशा कोईराला ने मुम्बई एक्सप्रेस, 1942 - a love story, इंसानियत के देवता, यलगार, मिलन, दुश्मनी, अनोखा अंदाज, यूं हीं कभी, लाल बादशाह, कच्चे धागे, कारतूस, जयहिंद, लावारिश, ताजमहल, कम्पनी, जानी दुश्मन, लज्जा, चैम्पियन, खौफ और बाजी आदि अन्य फिल्मों में भी काम किया था.
19 जून सन् 2010 को मनीशा कोईराला का विवाह नेपाली बिजनेसमैन सम्राट दहल से हुआ. यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकी. मात्र दो साल बाद हीं उनका सम्राट दहल से तलाक हो गया. इसके बाद का मनीशा का जीवन सुखी नहीं रहा. सन् 2012 में मनीशा को ओवरी का कैंसर हो गया. इलाज मुम्बई और अमेरिका में चला. मनीशा व कैंसर के बीच की लड़ाई में मनीशा की जीत हुई .
आज मनीशा कोईराला का जन्मदिन है. जन्मदिन मुबारिक हो , मनीशा ! सुना था मनीशा फिल्म 'चेहरा ' से कम बैक करने जा रहीं थीं. यदि यह सच है तो जो लोग यह सोच रहे थे कि यह मनीशा का अंजाम है तो उनके लिए फिल्म ' चेहरा ' करारा जवाब है. यह उनके कैरियर का दुसरा आगाज है. जन्मदिन की बधाई के साथ मनीशा तुम्हें यह दुसरा आगाज भी मुबारिक हो.
जिसे अंजाम तुम समझते हो,
इब्तिदा है किसी कहानी की.
- ई एस डी ओझा
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