लागला बिल्लौरी के घामा.

पिता ने अपनी दो पुत्रियों को क्रमशः कुम्हार व माली से ब्याह किया था. एक बार वह दोनों से मिलने गया. कुम्हार से ब्याही बेटी ने कहा, 'पिता, जब आप पूजा करें तो भगवान से यह जरूर प्रार्थना करें कि वे टनक घाम (धूप) दें, जिससे मेरे पति की बनाई हुईं ये मिट्टी के वर्तन जल्दी सूख जाएं और हम इन्हें अांवें में पका सकें. ' पिता ने बेटी को सान्त्वना दिया कि वह जरूर ऐसा करेगा. जब पिता माली को ब्याही बेटी से मिला तो उस बेटी ने कहा, ' हमारे बाग के सारे पौधे सूख रहें हैं. आप भगवान से प्रार्थना करो कि वे छहर छहर की बारिश करें, जिससे ये पौधे सूख नहीं पाएं. ' अबकी बार पिता हां नहीं कह सका ; क्योंकि दोनों बेटियों ने परस्पर विरोधी प्रार्थना करने के लिए कहा था.
पिता का यही कशमकश कुमाऊंनी लोकगीतों में भी नजर आता है. एक बेटी अपने पिता से कह रही है कि मेरी शादी पहाड़ पर मत करना , क्योंकि पहाड़ी लोग झुगरा (सांवा ) कूटते हैं. झुगरा कूटने से मेरे हाथों में छाला फूट सकता है.
हाथा जोड़ा अर्ज पिताजी ,
मेरी शादी न करना पहाड़वां .
पहाड़ी लोगां झुगरा कुटोला,
मेरे हाथों में छाला फुटोला.
इस तरह से बेटी ने पिता को दामाद खोजने के लिए पहाड़ी क्षेत्र निषिद्ध कर दिया. अब वह केवल पहाड़ से सटे मैदानी क्षेत्रों में हीं लड़का ढ़ूढ सकता है. पिता का क्षेत्र सीमित हो गया. च्वाइस भी सीमित हो गई . ऐसे में च्वाइस का लड़का मिलना नितान्त मुश्किल होगा.
एक बेटी जो जिन्दगी भर पहाड़ों पर रही है, वह कम ऊंचाई वाले छाना पट्टी में केवल इसलिए ब्याह नहीं करना चाहती कि वहां घाम (धूप) तेज होती है. हमारे पूर्वांचल में भी भोजपुरी में धूप को घाम हीं कहते हैं. पहाड़ की बेटी कहती है -
छाना बिल्लौरी झन दिया वौज्यू,
लागला विल्लौरी के घामा.
सुप्रसिद्ध कुमाऊंनी गायक श्री गोपाल बाबू गोस्वामी ने अपने गीतों को माध्यम से इस मिथक को तोड़ने का प्रयास किया है. उन्होंने गाया है कि छाना बिल्लौरी में कोई घाम नहीं है. वहां के लोग बड़े हीं रंगीले किस्म के संगीत प्रेमी हैं . पर कोई फायदा नहीं हुआ. आज भी लोग छाना बिल्लौरी को घाम का पर्याय हीं मानते हैं. बेटियां बहुत मजबूरी में वहां जाना चाहती हैं. आज भी कूमाऊं मंडल में यह गीत प्रचलित है -लागला बिल्लौरी के घामा.                                                               
कुमायूं के गौरव प्रसिद्ध गायक गौरव पांडेय ने इस गीत को बड़े जी जान से गाया है .
Jhan Diya Bauju Chaana Bilauri | Uttarakhandi Song | Gaurav Pandey | Lyrics Video

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