सादगी में जीते रहे सुशील कोईराला.

नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री और (नेपाली) कांग्रेस अध्यक्ष सुशील कोईराला का कल रात 9 फरवरी 2016 कीअर्द्ध रात्रि में देहावसान हो गया. वे निमोनिया से पीड़ित थे. उन्हें मुंह का कैंसर भी था ,जिसकी वजह से वे बोल नहीं पाते थे. उनसे पहले रहे प्रधान मंत्री गिरिजा प्रसाद कोईराला उनके मौसेरे भाई थे.
सुशील कोईराला का जन्म 12 अगस्त सन् 1939 को भारत के शहर बनारस में हुआ था. बड़े होकर वे नेपाल में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु संघर्ष करने लगे. राजा की खिलाफत करने की वजह से सन् 1960 में उन्हें अपने मौसेरे भाई गिरिजा कोईराला के साथ नेपाल से निर्वासित कर दिया गया. वे भारत में 20 साल रहे, जिनमें से 2 साल से ज्यादा समय जेल में बिताए.  उन्हें यह जेल नेपाल के एक हवाई जहाज को हाई जैक करने के अपराध में हुआ था. सुशील कोईराला ने नेपाल के मल्टी पार्टी डेमोक्रेसी के लिए फंड एकत्र करने के लिए सन् 1979 में यह हाई जैक किया था. फिरौती राशि 30 लाख मिली थी. नेपाल के विराट नगर से हाई जैक किया हुआ यह विमान भारत के बिहार प्रांत के फोब्र्स गंज में उतारा गया था . चूंकि यह घटना भारत में हुई थी, इसलिए भारत सरकार को कार्यवाही करनी पड़ी. सन् 1981में सभी हाई जैकर्स को आजाद कर दिया गया.
सुशील कोईराला अविवाहित थे. वे आरम्भ में हालीवुड में नायक बनने का सपना संजोए हुए थे ,पर उनके भाग्य में राजनीति लिखी हुई थी. जब उनके मौसेरे भाई गिरिजा प्रसाद कोईराला नेपाल के प्रधान मंत्री बने तो सुशील कोईराला को उप प्रधान मंत्री का पद आफर किया गया,  किन्तु उन्होंने विनम्रता पूर्वक इन्कार कर दिया.  इस बात पर उनकी आलोचना भी हुई. यहां तक कहा गया कि वे डार्क रुम में बैठकर शासन चलाते हैं. उस समय उन्हें किंग मेकर भी कहा जाता था. प्रधान मंत्री बनने से पूर्व उन्होंने कोई पद स्वीकार नहीं किया था.
जब सुशील कोईराला को 2014 में प्रधान मंत्री चुना गया तब उन्होंने यह पद स्वीकार लिया. वे गिरिजा प्रसाद कोईराला के साथ रहते थे . जब उनकी मौत हो गई तो सुशील कोईराला किराये के मकान में चले गए.मकान का किराया नेपाली कांग्रेस देती थी.  उनका अपना कोई मकान नहीं था. पैत्रिक जमीन और मकान में सुशील कोईराला ने अपना हिस्सा नहीं लिया था.  वे अपने शुभचिन्तकों के गाड़ी का उपयोग करते थे . उनका कोई बैंक बैलैन्स नहीं था. यहां तक कि प्रधान मंत्री रहते हुए उन्होंने कोई तनख्वाह नहीं ली.उनके रोजमर्रे का खर्च पार्टी उठाती थी. अचल सम्पति के नाम पर सुशील कोईराला के पास तीन मोबाइल, एक कलाई घड़ी और एक अंगूठी थी. इसीलिए नेपाल के इस कोईराला परिवार को भारत के नेहरू गांधी और पाकिस्तान के भुट्टो परिवार के बराबर का दर्जा प्राप्त है.
Image may contain: 1 person

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आजानुबाहु

औरत मार्च

बेचारे पेट का सवाल है