एक गिलास गन्ने का रस आपको तरोताजा कर देगा.
गन्ने का रस भारत में रोज पिये जाने वाला एक पदार्थ है, जो आपको तुरन्त ऊर्जा से भर देता है. गर्मियों के लिए यह बहुत हीं ठंडक प्रदान करने वाला पेय है .यह कैंसर, गुर्दे की पथरी, मधुमेह, पीलिया, सरदी, फ्लू और गले की खराश का अनूठा इलाज है. इसमें कई प्रकार के विटामिन, मिनरल, कैलशियम, फासफोरस और पोटेशियम होता है. यह बालों की लम्बाई और उनके पोषण में मददगार होता है. हड्डियों को मजबूत करता है. कोलोस्ट्राल कम करता है. यदि हरारत से बुखार हो गया हो गया हो तो एक गिलास गन्ने का रस पी लेने से तुरन्त बुखार का शमन हो जाता है.
इसमें पोटेशियम होने के कारण यह पाचन तंत्र को ठीक रखता है. सांस की बदबू गन्ने के रस पीने से दूर हो जाती है. नाखून नेल पालिश के मोहताज नहीं रहते. उनमें अपनी चमक आ जाती है. अम्लपित्त (Accidity) को दूर भगाता है. हीमोग्लोबीन के स्तर में सुधार आता है. गन्ने को रस को नारियल पानी या नीबू के रस के साथ सेवन करने से मोटापा कम होता है.गन्ने के रस की प्राकृतिक मिठास मधुमेह के रोगियों के लिए रामबाण का काम करता है. यह शुगर नियंत्रित करने का असरदार तरीका है. डिहाइड्रेशन को तुरत फुरत दूर कर शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है.
शहरों में गन्ने के रस की कीमत देनी पड़ती है, जबकि गाँव में बाल्टियां भर के लोग सौगात के तौर पर घर पहुँचा देते थे, जिसकी खीर बनती थी और पूरा परिवार रज के खाता था.
अब तो उतनी मयस्सर नहीं मयखाने में,
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में.
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