ब्लैक दहलिया

15 जनवरी सन् 1947 को हत्या हुई थी ब्लैक दहलिया की .
29 जुलाई सन् 1924 को अमेरिका के बोस्टन में जन्मी एलिज़ाबेथ शार्ट अपनी माता पिता की पाँच लड़कियों में तीसरी थीं . इनके पिता cleo short को व्यापार में बहुत घाटा हुआ . वे बहुत अवसाद ग्रस्त हो गए थे . एक दिन वे बोस्टन में एक पुल पर अपनी गाड़ी खड़ी कर कहाँ गायब हो गए ? पता नहीं चला . कुछ लोगों ने इसमें आत्म हत्या की आशंका जताई . अब उनकी माँ phoebe may को इस परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ी .
एलिज़ाबेथ शार्ट का हॉलीवुड में हेरोइन बनने का एक सपना था . अपने इस सपने को पूरा करने के लिए एलिज़ाबेथ शार्ट अपना बोस्टन स्थित घर छोड़ सन् 1940 के मध्य में  लॉस एंजेल्स आ गईं . लॉस एंजेल्स में वे हॉलीवुड में काम करने के लिए संघर्ष करने लगीं .वे अपना जरूरी खर्च  निकालने के लिए एक रेस्टुरेन्ट में परिचारिका के तौर पर नौकरी करने लगीं .
एलिजा बेथ शार्ट को तो हॉलीवुड में काम नहीं मिला , पर 22 वर्षीया इस कमसिन युवती को एक अज्ञात हत्यारे ने उन्हें इस सपने से मुक्ति दिला दी .15 जनवरी सन् 1947 को उन्हें बलात् भगवान के घर जाना पड़ा . उनकी लाश एक खाली प्लाट में क्षत विक्षत और दो हिस्सों में विभक्त मिली . हत्यारे ने बड़ी बेरहमी से शव  को विकृत किया था . शव का एक हाथ शरीर से काटकर अलग किया गया था . दूसरे हाथ की हड्डियाँ टूटी हुई थीं , जिससे पता चलता है कि मरने से पहले एलिज़ाबेथ ने हत्यारे के साथ संघर्ष किया था . हत्यारे ने उनके शरीर का सारा खून निकाल लिया था , जिसे कोई मनोरोगी हीं कर सकता है . मीडिया में 2 माह तक यह घटना सुर्ख़ियों में रही. Brian carr ,जो लॉस एंजेल्स पुलिस विभाग में जासूस और इस हत्या के मामले के प्रभारी थे ,ने इस हत्याकाण्ड को "Pretty gruesome " कहा .उन्होंने कहा था - "मैं सोच भी नहीं सकता कि कोई किसी मानव के साथ ऐसा भी कर सकता है ."
काफी खोजबीन के बाद हत्यारे का पता नहीं चला . इस हत्या का रहस्य रहस्य हीं रहा . सन् 2013 में यह मामला फिर सुर्ख़ियों में आया , जब एक रिटायर्ड पुलिस सार्जेंट paul dostie , लेखक steve hodel और लॉस एंजेल्स की पुलिस विभाग में कार्य रत  buster नाम के कुत्ते की सम्मिलित टीम ने अपने प्रयास से यह साबित करने की कोशिश की कि इस हत्या के असल दोषी Dr George Hill Hodel थे . Dr george Hill Hodel इस टीम के सदस्य और लेखक steve hodel के पिता थे . steve hodel ने अपने पिता को किसी से यह कहते हुए सुना था कि इस हत्या काण्ड में मेरी सचिव हीं मुँह खोल सकती थी , जो कि अब वह इस दुनिया में नहीं है . Dr Hodel के घर से लिए गए मिट्टी के नमूने की प्रयोगशाला में जांच करने पर उसमें मानव माँस के अवशेष पाए गए थे . चूँकि Dr george Hill Hodel इस दुनियाँ में नहीं थे , इसलिए आगे की जाँच नहीं की जा सकी .
उन दिनों एलिजा बेथ शार्ट का निकनेम ब्लैक दहलिया रख दिया गया था , ताकि उनकी गोपनीयता बरकरार रहे . इस हत्या की कहानी से मिलती जुलती सन् 1946 में एक हॉलीवुड फ़िल्म आई थी - Blue dahliya . इस नाम से प्रेरित हो मीडिया ने एलिज़ाबेथ शार्ट का नाम ब्लैक दहलिया रख दिया था . बाद के दिनों में ब्लैक दहलिया के नाम से हॉलीवुड की एक पिक्चर भी आई थी , जो सुपर डुपर हिट रही.कल जिस हॉलीवुड ने जीते जी एलिजा बेथ शार्ट को भाव नहीं दिया , वही आज हॉलीवुड उनके नाम पर लाखों करोड़ों कमा बैठा .

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